गुरुवार, 19 अप्रैल 2012

यहाँ मत आओ

तुम शहर के लोग यहाँ मत आओ
मै गाव हु शहर यहाँ मत बसाओ।
साँझ ढलते सो जाते है हम
सारी रात अब हमें न जगाओ ।
बहुत दिन से सोया नहीं
मै सो रहा तुम भी सो जाओ
मै गाव हु शहर यहाँ मत बसाओ ।

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