बुधवार, 9 जनवरी 2019

अगियाबीर कोट--एक अनछुआ इतिहास .


अगियाबीर कोट--एक अनछुआ इतिहास .





एक ऐतिहासिक स्थल, जिसे इतिहासकारों ने छूना नही चाहा।। न गूगल पर कोई जानकारी मिलेगी न इतिहास के किसी पन्ने पर।
रहस्य, रोमांच, प्रेम समर्पण ,प्यार में धोखा,एक अत्याचारी का शाशन,राजा का जनता के प्रति समर्पण । ये तमाम बातें वाराणासी से 38 किमी दूर कटका रेलवे स्टेशन से थोड़ी दूरी पर गंगा किनारे 1 किलोमीटर के दायरे में फैले अगियाबीर के इस टिलेके नीचे सुप्त पड़ा है।,वर्षो तक कोई मानने को तैयार नही था कि इस टिले के नीचे मानव की सभ्यता छुपी है,लेकिन विगत कुछ सालों से बी एच यू की इतिहास विभाग की एक टीम यहाँ खुदाई कर रही है जिसे टिले के नीचे से मानव सभ्यता के सबूत मिले है,पिछले साल 7 हंडे व एक विशाल तलवार भी मिला जिसे विभाग के लोग शोध के लिए ले गए।
एक साथ यहाँ की गाथा लिखना न तो मेरे लिए संभव है न पाठकों के लिए पढ़ना संभव है।
मेरा प्रयास है कि 2 या 4 दिन पर आपको थोड़ा थोड़ा इस इतिहास से परिचय कराता रहूं।

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