tag:blogger.com,1999:blog-3322083890656564161.post5748376408758455473..comments2023-06-18T03:56:02.075-07:00Comments on Bebak Baat: ऐसे ही मोक्ष देती रहो माँRohit Singhhttp://www.blogger.com/profile/16349255340285613953noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3322083890656564161.post-33934699124168936452010-09-28T07:52:34.983-07:002010-09-28T07:52:34.983-07:00एक अच्छी पस्तुति, सराहनीय विवेचन.
गंगा हमारी संस्...एक अच्छी पस्तुति, सराहनीय विवेचन.<br /><br />गंगा हमारी संस्कृति है<br />जो विष्णु के नख से निःसृत हो<br />जा समाई ब्रह्मा के कमंडल में.<br />और जब निकली कमंडल से बन के,<br />वेगवती - रूपवती - प्रलयंकारी,<br />जा उलझी खुली जटाओं में शिव के.<br />इस प्रकार गंगा योजक है -<br />भारतीय संस्कृति के नियामक त्रिमूर्ति का.<br />हमारी आस्था - विश्वास और भावनाओं का.<br /><br /><br />गंगा है आस्था<br />और विश्वास का अटूट संगम,<br />केवल गंगाजल ही है समर्थ,<br />तारने मैं राजा सागर के भस्मीभूत<br />हो चुके सहस्रों लाडलो को.<br />इसलिए गंगावतरण बन गया था,<br />एक पवित्र मिशन भगीरथ के लिए.<br />भगीरथ की सफलता के बाद<br />गंगा बन गयी - 'भागीरथी'.<br />तारनहार और पालनहार!!<br />हो गयी सुलभ जनसामान्य के लिए,<br />और बन गयी है प्रबल केंद्र,<br />आस्था का, श्रद्धा का, विश्वास का ..Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3322083890656564161.post-35636668974736286162010-09-28T05:52:01.323-07:002010-09-28T05:52:01.323-07:00हम उसकी वंदना करते हैं जिसकी वंदना धरती और सारे धर...<a href="http://wandematram.blogspot.com/2009/11/blog-post_12.html" rel="nofollow">हम उसकी वंदना करते हैं </a>जिसकी वंदना धरती और सारे धरतीवासी करते हैं आप भी उसी की वंदना कीजिये .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.com